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Friday 2 February 2018

प्यार में दर्द ही मिला आख़िर
 दिल पे खंज़र चला दिया आख़िर

उस की फ़ितरत में बेवफाई थी।
हम को दे कर गया दगा आख़िर।।
अंशु
जिसे भी प्यार किया उस को बेवफ़ा देखा। 
वफ़ा की राह में हमने सदा   दगा     देखा।

वफ़ा की बात जो करते थे प्यार में अक्सर।
उन्ही के दिल में सदा हम ने फासला देखा।।

ये ज़िन्दगी भी ना जाने हमें कहां लाई।
 ना देखना था कभी वो भी हादसा देखा।।

थी ज़िन्दगी में कमी ही कमी मगर फिर भी ।
सिवा खुदा के ना औरो में आसरा देखा।।

उदास हूँ मैं बहुत अब करूँ तो क्या अंशू। 
ये ज़िन्दगी को भी होते सदा खफ़ा देखा।।
अंशु कुमारी
इंसानियत मिटा कर तुम क्या बचा रहे हो।
 मजहब के नाम पर क्यों गोली चला रहे हो।।

बच्चों के हाथ में तुम हथियार को थमा कर
मासूम को भला क्यों बागी बना रहे हो।।

तुम को चुनाव में अब वोटो की है ज़रूरत।
तुम तो सियासती अब रोटी पका रहे हो।।

ये मुल्क है अमन का इस पर ना आंच आये।
 मालूम है हमे भी तुम क्यों लड़ा रहे हो।।

हिन्दू मरा या मुस्लिम इंसान तो सभी है,
इल्ज़ाम किस के सर पर अब तुम लगा रहे हो।।

गद्दार हो गये क्या इतना समझ नहीं है
अपने वतन में कैसा नारा लगा रहे हो।।

अब खत्म भी करो तुम मजहब की ये लड़ाई
तुम शर्म से हमारा क्यों सर झुका रहे हो।।
अंशु कुमारी

Thursday 24 October 2013

दोस्तों चुनाव नज़दीक है आम जनता के लिए
परीक्षा कि घडी है।
इस बार परीक्षा में सफल होना है।
हमे इस बार (RIGHT TO REJECT) के रूप में एक और विकल्प मिला है।
जिसका उपियोग हम आपने हक़ के लिए करेंगे।
किसी भी कीमत पर हम आपने वोट का दुरुपयोग नहीं होने देंगे।
चाहे वो हमारी पार्टी आम आदमी पार्टी ही क्यों न हो।
हम आपना वोट किसी पार्टी विशेष को नहीं देंगे।
हमारे अनुसार जो वयक्ति इमान्दार और सच्चा जान पड़ेगा हम आपना वोट उसी को देंगे।
किसी भी हाल में हम अपने वोट का सौदा नहीं करेंगे।
गरीबी को आपनी कमज़ोरी नहीं आपना हथियार बनाएंगे।
अगर आम आदमी पार्टी में भी आप को कोई भ्रष्ट लगे तो उसे वोट ना दे।
आम आदमी पार्टी क्योकि आम जनता की पार्टी है इसलिए ये आप लोगो के अनुसार चलेगी।
किसी भी पार्टी को आपनी भावनाओ के साथ खेलेने ना दे।
किसी भी पार्टी को आम जनता के भावना से खेलने का हक़ नहीं।
आम आदमी पार्टी को भी नहीं।
जय हिंद जय आप।
अंशु भारती 

Friday 27 September 2013

जिस प्रकार एक सड़ा आलू
पुरे टोकरी भर अच्छे  आलू को सडा देता है।
ठीक उसी प्रकार एक भ्रष्ट नेता देश के पुरे सिस्टम को सड़ा देता है।
आज ये भ्रष्ट नेता देश के सिस्टम के साथ साथ आम जनता को भी सड़ा रही है।
वैसे तो सड़े आलू को चुनने का काम समय समय पर किया जाता है ,परन्तु हमारे
देश का कानून इसकी इजाजत नहीं देता । हमे हर हाल में पाँच साल इंतजार करना परता
है। इस चुनाव में हमे चुन चुन कर सभी सड़े आलू को निकाल फेकना होगा ,
अगर खुद को और देश को सड़ने से बचाना है तो ।
जय हिन्द । जय आप ।
अंशु भारती

AAM AADMI

एक विमान को चलने के लिए ना  कितने एजुकेशन
और प्रसिक्षण की ज़रूरत होती है , परंतु हमारे देश में ,
देश को चलने के लिए कोई एजुकेशन और न ही कोई प्रसिक्षण की
ज़रूरत है .
यह हमारे देश की विडम्बना नहीं तो क्या है ?
हमारे माननिये प्रधानमंत्री मनमोहन जी
ने कहा ,'राहुल गाँधी हमारे देश के प्रधानमंत्री बनने  के लिए सबसे योग्य व्यक्ति है '.
क्या यह फिल्मी दुनिया है कि हीरो का बेटा है तो उसे हीरो बना दिया जाये .
चाहे उसे एक्टिंग आती हो या नहीं ,हीरो के बेटे के नाम पे तो फिल्म चल ही जाएगी .
क्या फ्लिम चलाने और देश चलाने में कोई अंतर नहीं है ?
क्या कांग्रेस पार्टी में राहुल गाँधी से योग्य व्यक्ति नहीं ?
हमारे देश में योग्यता की कमी नहीं है ,
परंतु उस योग्यता को बेरोज़गारी का कफ़न ओढ़ा कर बे मौत ही मार दिया जाता है .
आज महंगाई से त्रस्त जनता को रोटी का लालच दिया जा रहा है .
जैसे हम आम आदमी इन्स्सन नहीं कुत्ता है ,
जिस तरह एक भूखे कुत्ते की तरफ रोटी का टुकड़ा फेकते ही
वह जीभ लपलपाते रोटी की ओर भागता है ,
उसी तरह आज ये नेता आम आदमी को कुत्ता समझते है .
भ्रष्ट नेता के कारण आज आम आदमी की ज़िन्दगी सच में
कुत्ते से भी बदद्तर हो गई है .
नेता के घर के कुत्ते भी आज आम आदमी से बेहतर ज़िन्दगी जीते है .
आज आम आदमी मजाक बन के रह गया है ,
आज आदमी होना एक गुनाह है शायद !!
-अंशु भारती       

Saturday 14 September 2013

D A M I N I

MAI DAMINI HU
mai nahi hu , par mai hu,
mere nam mere sath hua dushkarm
bhula sako ge tum...
kabhi akele me
mere sath huai us pal ko yad karna
jab mai un darindo ke changulo me phasi thi
ruh kap jaagi,
mere nirwastra shareer ke liye
par tumhare pas ek vastre bhi nahi the
tum mujhe tadapte dekhte rahe
aur apni gadi ki raftar
tez aur tez karte rahe
darinde to darinde the
par tum to insan the
ya tum bhi kaya unhi logo me shamil ho?
jala dena un darindo ko jinda
aur unke jale huae rakho ko kisi guater me baha dena
mai damini hu mai nahi hu par mai hu.........
दामिनी 
मै दामिनी हूँ ,
मै नहीं हूँ ,पर मै हूँ ,
मेरे नाम मेरे साथ हुए दुष्कर्म भुला सकोगे तुम 
कभी अकेले में.…  
मेरे साथ हुए उस पलों को याद करना 
जब मै उन दरिंदो के चंगुलो में फ़सी थी, 
रूह काँप जाएगी।,
मेरे निर्वस्त्र  शरीर के लिये 
पर तुम्हारे पास एक वस्त्र भी नहीं थे ,
तुम मुझे तड़पते देखते रहे ,और 
अपनी गाड़ी की रफ़्तार तेज और तेज 
करते रहे ,दरिन्दे तो दरिन्दे थे ,
पर तुम तो इंसान  थे ,या तुम भी 
क्या उन्ही लोगो में शामिल हो?
जला देना उन दरिंदो को जिन्दा ,
और उनके जले हुए राखो  को किसी 
गटर में बहा देना 
मै  दामिनी हूँ ,मै नहीं हूँ पर मै हूँ ।
  
नाम- अंशु भारती 


Monday 2 September 2013

रेप कैपिटल(दिल्ली )

 आज आए दिन राजधानी दिल्ली में रेप जैसी  वारदात  हो रही है।  कही चार साल की बच्ची के साथ तो कही नौ  साल की बच्ची के साथ , तो कही किसी महिला  के साथ गैंग रेप। लगता है ,ऐसी वारदात दिल्ली के लिए आम बात हो गयी है । मासूम की चीख पुकार सुनने वाला आज कोई नहीं रह गया है। लड़की चाहे वो बच्ची हो ,नाबालिक हो,बुजुर्ग हो कोई भी आज सेफ नहीं है ।दरिन्दे  आज साधू का चोंगा पहने हर जगह मौजूद है । औरत की आबरू से खेलने का जैसे उन्हें लायेसेंस मिला हुआ  है । आज आसाराम यौन शोषण के आरोप में सलाखों के पीछे है ,पर हमें नहीं लगता  की वो दरिंदा ज्यादा दिन सलाखों के पीछे रह पायेगा । कारण हमारी कानून व्यवस्था है । कहने को तो कानून सबके लिए बराबर है ,परन्तु ऐसा नहीं है ,आज कानून हर तपके के लोगो के लिए अलग -अलग जान पड़ता है । पैसे और रुतबे के दम पे खूंखार अपराधी भी समाज में मुह उठाये  घूमते नज़र आते  है । अभी हाल  ही में दिल्ली गैंग रेप के आरोपी  को नाबालिक करार देते हुए सिर्फ तिन साल की सजा सुनाई गई है । यह इन्साफ के मुह पे तमाचा नहीं है तो क्या है ?तिन साल बाद वही अपराधी हमारे समाज में फिर किसी निर्भया  का बलात्कार करता नज़र आएगा , इसका जिम्मेवार कौन है ?एक तरफ तो हमारी सरकार महिला के मान सम्मान की बात करती नज़र आती है ,वही दूसरी ओर रेप जैसे जनन्ध अपराध की सजा सिर्फ तिन साल सुनाती  है । आज हमारे देश के कानून में बदलाव करने की शख्त  जरूरत  है । रेप की सजा फाँसी  और सिर्फ फाँसी होनी चाहिए, ताकि ऐसे अपराध करने से पहले लोग सौ बार नहीं हज़ार बार सोचे ।


















Thursday 29 August 2013

भ्रष्टाचार 

भ्रष्टाचार  एक ऐसा मगरमछ है
जो हर सरकारी तंत्र को आज अपने जबड़े में जकड रहा है।
ऊपर से निचे तक सभी रिश्वत खोरी दानवी पंजो में कैद हो कर रह गया है।
चांदी की चंद सिक्को की खातिर  अपने ज़मीर को बेच रहे है।
बिजली विभाग , रेल विभाग , शिक्षा विभाग आदि चाहे कोई विभाग क्यों न हो ,
अधिकांश लोग भ्रष्टाचार के दलदल में इस तरह से फसे है की इससे मुक्त  पा रहे है।
परिणाम स्वरुप दलित वर्ग , गरीब वर्ग , शिक्षित वर्ग , बेरोज़गार वर्ग
व अन्य तमाम  भारत वासी घुट-घुटकर साँस ले रहे है।
ऐसे तमाम लोग जी नहीं पा रहे जिंदगी घसीट रहे है।
दूसरी तरफ चाँदी के जूते पहनने वाले लाल फीता शाही लोग  AC कमरे में रहेते
और चार पहिये वाहनों में सफ़र करना आपनी शान शौकत समझते है।
गरीब और भी गरीब होते जा रहे है।
महेनत कष्ट लोगो की पसीने की कमाई विदेश बैंको में जमा हो रहे है,
भ्रष्टचारियो नेताओ तथा कथित साधू संतो के माध्यम से।
अगर आज वे सभी काले धन भारत वापस ले आया जाये तो एक बार फिर भारत सोने की चिड़िया कहलाएगी।
देश का सोना गिरवी रखने की ज़रूरत नहीं होगी।
इससी भ्रष्टाचारियो को जड़ मूल से ख़तम करने का बीड़ा आम आदमी पार्टी ने अपने कंधे पर उठाया है,
जिसकी आज मौजूदा दौर में सक्त ज़रूरत है।
आशा की एक किरण तमाम युवा वर्ग को दिखाई दे रही है
की आने वाला कल उसका होगा,
एक नया सवेरा होगा ,
उसका अपना नेता होगा ,
उसका अपना भ्रष्ट्राचार मुक्त समाज होगा ,
और होगा भ्रष्ट्राचार मुक्त भारत देश।
जय भारत जय आम आदमी पार्टी।। ''जय AAP''
- ARUNENDRA BHARTI
PH.NO.- 09939759066

Sunday 25 August 2013

mere apne aaj paraye se kyo hai
mere aangan ke sare fool aaj murjhaye se kyo hai
mai maut ke baho me sahma sahma sa hun
meri zindgi aaj mujhse munh chhupaye se kyo hai

Saturday 24 August 2013

Rat ki khamoshi me
kya tumhe meri siskiya
sunaee deti hogi..mere aansu
jo mere galo pe aake sukh gye
kya tumhe un aansu ki lakire
chand ki roshni me dikhaee
deti hogi...#anshu

Friday 23 August 2013

tumhare mahfil se door hum thikana dhoondh lenge
tumhe dekh kar ab hum apni ankhe moond lenge
tera zikra bhi ab kaya karna
ab hum bhi apna humsafar chun lenge

anshu bharti